उपसर्ग और प्रत्यय (Upsarg aur Pratyay notes)

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उपसर्ग और प्रत्यय (Upsarg aur Pratyay notes)

Upsarg aur Pratyay notes

उपसर्ग वे  शब्दांश होते हैं जो किसी शब्द के पहले जोड़े जाते हैं ताकि उसके अर्थ में बदलाव किया जा सके। ये शब्द के मूल अर्थ को बदलते हैं या उसे विशेष बनाते हैं।

     हिंदी ब्याकरण में कुल 21 उपसर्ग होते है 

Sr.उपसर्गउपसर्ग से बने शब्द
1अति  अतिक्रमण, अतिवृष्टि, अतिशीघ्र, अत्यन्त
2अधि   अधिनायक, अधिकृत, अध्यक्ष, अध्ययन
3अनु  अनुज, अनुकरण, अनुकूल, अनुनाद, अनुभव
4अपअपयश, अपशब्द, अपकार, अपकीर्ति, अपव्यय, अपशकुन
5अभि  अभिवादन, अभिमान,अभिनव, अभिनय, अभिभाषण, अभियोग
6अव    अवनति,  अवशेष, अवज्ञा, अवरोहण
7आ  आरक्षण, आमरण, आगमन, आजीवन, आजन्म
8उत् उत्पत्ति,  उत्पीड़न, उत्कृष्ट, उन्नत, उल्लेख
9उप  उपवन, उपमन्त्री, उपयोग, उपनाम, उपहार
10दुर्   दुराग्रह, दुर्गुण, दुराचार, दुरवस्था, दुरुपयोग
11दुस्  दुश्शासन, दुष्कर, दुष्कर्म, दुस्साहस, दुस्साध्य
12निनिडर, निगम, निवास, निषेध, निबन्ध, निषिद्ध
13निस्   निश्चय, निश्छल, निष्काम, निष्कर्म, निष्पाप, निष्फल
14निर्निराकार, निरादर, नीरोग, नीरस, निरीह, निरक्षर
15प्र   प्रकार, प्रबल, प्रयोग, प्रसार, प्रहार, प्रचार
16परा पराजय, पराभव, पराक्रम, परामर्श, परावर्तन, 
17परिपरिक्रमा, परिवार, परिपूर्ण, परित्याग, परिकल्पना 
18प्रतिप्रतिदिन,  प्रतिलोम , प्रतिहिंसा, प्रतिध्वनि
19वि विहार, विख्यात, विकास, विजय , विकल्प
20सु  सुपुत्र, सुमन,सुदिन, सुसंगत, सुशील
21सम् संगठन,समकोण, संकल्प, संशय, समतल

 

उपसर्गउपसर्ग से बने शब्द
लालावारिस, लाचार, लाजवाब, लापरवाह, लापता, लाइलाज
बद  बदसूरत, बदनाम, बददिमाग, बदबू, बदकिस्मत
बेबेकाम, बेअसर, बेरहम, बेईमान, बेरहम, बेगम 
कमकमबख्त, कमज़ोर, कमदिमाग, कमअक्ल, कमउम्र
ग़ैरगैरकानूनी, गैरजरूरी, ग़ैरहाज़िर, गैरसरकारी,
नानाराज, नालायक, नामुमकिन, नादान
खुश खुशनुमा, खुशगवार, खुशमिज़ाज, खुशनसीब, खुशदिल
हमहमउम्र, हमदर्दी, हमराज, हमपेशा, हमदर्द
ऐन ऐनवक्त, ऐनजगह, ऐनमौके
सरसरताज, सरदार, सरपंच, सरकार, सरदर्द
बेश बेशकीमती, बेशुमार, बेशक्ल, बेशऊर
बाबाकायदा, बाइज्जत, बामौक़ा
अलअलबत्ता, अलविदा, अलसुबह, अलगरज, अलफाज

प्रत्यय की परिभाषा क्या है?

 जो शब्दांश शब्दों के अंत में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।

 प्रत्यय के दो भेद हैं-

कृत् प्रत्यय

वे प्रत्यय जो धातु में जोड़े जाते हैं, कृत प्रत्यय कहलाते हैं। कृत् प्रत्यय से बने शब्द कृदंत (कृत्+अंत) शब्द कहलाते हैं।

जैसे- लेख् + अक = लेखक।

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क्रमप्रत्ययउदाहरण
अक लेखक, पाठक, कारक, गायक
अन पालन, सहन, नयन, चरण
अना घटना, तुलना, वन्दना, वेदना
अनीय माननीय, रमणीय, दर्शनीय, पूजनीय, श्रवणीय
आ खा, भूला, जागा, पूजा, इच्छा, भिक्षा
आई लड़ाई, सिलाई, पढ़ाई, चढ़ाई
आन उड़ान, मिलान, दौड़ान
इ हरि, गिरि, दाशरथि, माली
इया छलिया, जड़िया, बढ़िया, घटिया
10 इत पठित, व्यथित, फलित, पुष्पित

तद्धित प्रत्यय

वे प्रत्यय जो धातु को छोड़कर अन्य शब्दों- संज्ञा, सर्वनाम व विशेषण में जुड़ते हैं, तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। तद्धित प्रत्यय से बने शब्द तद्धितांत शब्द कहलाते हैं।

क्रमप्रत्ययउदाहरण
आइनपण्डिताइन, ठकुराइन
आनीसेठानी, नौकरानी, महरानी
आयतबहुतायत, पंचायत, अपनायत
आर/आरा लोहार, सुनार, दूधार, चमार
आहटचिकनाहट, घबराहट, चिल्लाहट, कड़वाहट
सुन्दरी, बोली, पक्षी, खेती, ढोलकी, तेली, देहाती, शहरी

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