1. मनुष्य में कितने प्रकार के दाँत होते हैं? उनके नाम तथा कार्य लिखें। [2021A1]
मनुष्य में दाँत चार प्रकार के होते हैं (i) कतर्नक या इंसाइजर (Incisor) (ii) भेदक या कैनाइन (Canine) (iii) अग्रचवर्णक या प्रीमोलर (Premolar) (iv) चवर्णक या मोलर (Molar)
दाँत के कार्य- (i) कर्तनक (Incisor) यह भोजन को कुतरने या काटने का कार्य करता है। (ii) भेदक (Canine) यह भोजन को चिड़ने तथा फाड़ने का कार्य करता है। (iii) अग्रचवर्णक (Premolar) यह भोजन को चबाने का कार्य करता है। (iv) चवर्णक (Molar) यह भोजन को चवाने तथा पिसने का कार्य करता है।
2. हमारे आमाशय में अम्ल की भूमिका क्या है? [2021A1]
आमाशय में जतर ग्रंथि से हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का स्राव होता है। यह अम्ल निष्क्रिय पेप्सिनोजेन को सक्रिय पेप्सिन नामक एंजाइम में परिवर्तित करता है जो भोजन के प्रोटीन पर प्रतिक्रिया कर उसे पेप्टोन (peptone) में बदल देती है। यह एक जीवाणुनाशक की तरह कार्य करता है तथा भोजन में उपस्थित बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है।
class 10th science jaiv prakram subjective 3. दीर्घरोम क्या है? इसके कार्य लिखें। [2021AII]
दीर्घरोम ऊँगलीनुमा प्रवर्ध है जो Heum (क्षुद्रांत) के आंतरिक सतह पर पाया जाता है। प्रत्येक आंत्रीय कोशिका में लगभग 3000 विलाई (दीर्घरोम) पाया जाता है।
कार्य
(i) विलाई (दीर्घरोम) में रुधिर वाहिनियों का जाल फैला होता है।
(ii) पचा हुआ भोजन दीर्घरोम में दिवार द्वारा अवशोषित होकर रुधिर कोशिकाओं के रुधिर में मिल जाते हैं।
(iii) अवशोषित भोजन रुधिर परिसंचरण तंत्र के माध्यम से शरीर के विभिन्न भागों में वितरित हो जाते हैं।
4. सजीव के मुख्य चार लक्षण लिखें। [2017AI, 2021AI]
सजीवों के मुख्य चार लक्षण निम्नलिखित हैं- (i) चलन या गति, (ii) श्वसन, (iii) प्रजनन, (iv) उत्सर्जन, (v) वृद्धि एवं विकास।
5. पित्त क्या है? मनुष्य के पाचनतंत्र में इसका क्या महत्त्वहै? [2016A1,2021AI]
पित्त गाढ़ा हरे रंग का क्षारीय द्रव है जिसका PH 8.9 होता है जो यकृत कोशिकाओं से स्रावित होता है।
class 10th science jaiv prakram subjective 6. स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है? [2019A1]
स्वपोषी पोषण
विषमपोषी पोषण
1. स्वपोषी पोषण में ‘जीव अपने भोजन का संश्लेषण स्वयं करते हैं। 1. विषमपोषी पोषण में जीव अपने भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं करते हैं। 2. इसमें कार्बन डाइऑक्साइड तथा 2. जंतु अपने भोजन के लिए जल की परस्पर संयोजन क्रिया से कार्बनिक पदार्थों का निर्माण होता है। पौधों पर तथा शाकाहारी प्राणियों पर निर्भर करते हैं
7. पाचक एंजाइमों का क्या कार्य है? [2019AII] पाचक एंजाइमों द्वारा भोजन का पाचन होता है। मनुष्य के पाचन तंत्र में विभिन्न ग्रंथियों से निम्नलिखित एंजाइम स्स्रावित होता है, जो भोजन के विभिन्न अवयवों का पाचन करता है। (1) लार ग्रंथि-टायलिन एंजाइम स्स्राबित होता है, जो स्टार्च को माल्टोस में बदल देता है। (ii) जठर ग्रंथि पेप्सीनोजन, रेनिन, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा गैस्ट्रीक लाइपेज एंजाइम स्रावित होता है जो भोजन के प्रोटीन का पाचन करता है। (ill) यकृत-पित्त (Bile) एंजाइम भोजन में वसा का पाचन करता है। (iv) अग्नाशय-अग्न्याशयिक रस (ट्रिप्सिन, काइमो ट्रिप्सिन, एमाइलेज, लाइपेज तथा न्यूक्लियेज)। ट्रिप्सिन-प्रोटीन पर क्रिया करके इसे पेप्टाइड्स में बदल देता है। एमाइलेज स्टार्च को माल्टोज शर्करा में परिवर्तित करता है। लाइपेज-वसा पर क्रिया करके फैटीएसीड एवं ग्लिसरॉल में तोड़ता है। न्यूक्लिवेज न्यूक्लिक अम्ल को न्यूक्लियोटाइड्स में बदलता है। class 10th science jaiv prakram subjective 8. प्रकाश संश्लेषण क्या है? इस क्रिया का रासायनिक समीकरण लिखें। [2020AI, 2020A11, 2018A11] प्रकाश संश्लेपण (Photosynthesis) एक जटिल प्रक्रम है जो पौधे के हरे भागों द्वारा प्रकाशीय ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदल देता है। हरी पत्तियों में उपस्थित क्लोरोफिल (Chlorophyll), सूर्य के प्रकाश से उत्पन्न विकिरण ऊर्जा वायुमंडल से सरल अकार्बनिक अणु कार्बन डायक्साइड (CO₂) तथा जल (H₂O) की सहायता से ग्लूकोज (काबोडॉइड्रेट) का निर्माण होता है। इस क्रिया में अकार्बनिक यौगिक से कार्यनिक यौगिक ग्लूकोज (कार्बोहाइड्रेट) CHO का निर्माण होता है। संपूर्ण प्रकाश संश्लेषण की अभिक्रिया निम्न रासायनिक समीकरण द्वारा दर्शाते हैं- 6CO,कार्बन डायक्साइड +1211,0 जलै सूर्य का प्रकांश वलोरोफिल CH2O+ 60 + ऑक्सीजन
9. कोशिका के चार कोशिकांग का नाम लिखें।[2017A1]
कोशिका में निम्नलिखित चार कोशिकांग पाये जाते हैं- (i) प्लाज्मा झिल्ली, (ii) कोशिका द्रय, (iii) राइयोसोम, (iv) लवक, (v) लाइसोसोम, (vi) केंद्रक।
10. विषमपोषी पोषण से आप क्या समझते हो?
वैसे जीय जिसमें जीय अपना भोजन स्वयं संश्लेषित न कर किसी-न-किसी रूप में अन्य स्रोतों से प्राप्त करते हैं, विपम पोची कहलाते हैं। सभी जंतु, जीवाणु एवं कवक विषमपोपी कहलाते हैं।
विषमपोषी पोषण चार प्रकार के होते हैं-
(1) प्राणिसम पोषण- इसमें जीव अपना भोजन ठोस या तरल के रूप में जंतुओं के भोजन ग्रहण करने की विधि द्वारा करते हैं। उदाहरण-अमीबा, मेढ़क, मनुष्य।
(H) मृतजीवी पोषण-इसमें जीव मृत जंतुओं एवं पदार्थों के शरीर से अपना भोजन कार्बनिक पदार्थों के रूप में अवशोषित करते हैं। उदाहरण-कवक, यीस्ट, मशरूम, बैक्ट्रीरिया इत्यादि।
(iii) परजीवी पोषण-इसमें जीव दूसरे प्राणी के सम्पर्क में स्थायी एवं उपस्थायी रूप में रहकर उनसे अपना भोजन प्राप्त करते हैं। उदाहरण कवक, जीवाणु, अमरबेल इत्यादि।
(iv) परासरणी पोषण-इस प्रकार के पोषण में जंतु विसरण तथा परासरण द्वारा अपने शरीर के सतह से सरल कार्बनिक ‘भोज्य पदार्थों का अवशोषण करते हैं। जैसे- ट्रिपैनोसोमा, फीताकृमि इत्यादि।
11. आमाशय में पाचक रस की क्या भूमिका है? [2017AII]
“आमाशय में पाचक रस जठर ग्रंथि द्वारा स्त्रावित होती है। हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl), म्यूकस, या श्लेष्मा तथा निष्क्रिय पेप्सिनोजेन इत्यादिं जठर रस के प्रमुख अवयव हैं। पेप्सिनोजेन (निष्क्रिय) प्रोटीन पेप्सिन निष्क्रिय डाइपेप्टाइड (निष्क्रिय) पेप्टोन + प्रोटिएजेज जठर ग्रंथियाँ की मुख्य कोशिकाएँ प्रोटेनिन तथा गैस्ट्रिक लाइपेज नामक एंजाइम का स्त्राव करती है। प्रोटेनिन रेनिन निष्क्रिय हाइपेप्टाइड केसिन रेजिन पाराकेसिन कैल्सियम पाराकेसिनेट ठोस दही प्रोटीओजेज पेप्टान अमाशय में भोजन काइम में परिवत्र्त्तित हो जाता है, जिसका स्वरूप गाढ़े लेई की तरह हो जाता है।
class 10th science jaiv prakram subjective 12. भोजन के पाचन द्वारा किस प्रकार की अभिक्रिया हमारे शरीर में होती है? [2015A11
भोजन के पाचन द्वारा ऑक्सीकरण की अभिक्रिया हमारे शरीर में होती है। ग्लूकोज ऑधीकरण कार्बन डाइऑक्साइड जल ऊर्जा (ATP)
class 10th science jaiv prakram subjective 13. हरित लवक के किस भाग में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया होती है? [2012A]
हरित लवक में ग्रेना (grena) पाया जाता है। ग्रेना में थैलेकॉइड संरचना पाया जाता है। प्रकाश संश्लेषी वर्णक थैलेकॉइड में उपस्थित होते हैं। जहाँ सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश संश्लेषी क्रियाएँ चलती रहती हैं।
14. कोई वस्तु सजीव है, इसका निर्धारण करने के लिए हम किस मापदण्ड का उपयोग करेंगे। [2012A]
सभी जीवधारियों में जीवन की एक निश्चित व्यवस्था रहती है जिससे जीवन संबंधी विभिन्न कार्यों का सम्पादन होता है। सजीवों में गति एक महत्त्वपूर्ण गुण है जिससे जीव स्थान परिवर्तन या अंगों की स्थिति में परिवर्त्तन करता है। जैव प्रक्रम सजीवों में होने वाली आधारभूत क्रियाएँ हैं जो जीवन के लिए आवश्यक है। ये निम्नलिखित हैं- (i) जीवद्रव्य (ii) उपापचय (ii) पोषण (iv) श्वसन (v) वृद्धि (vi) पदार्थों का परिवहन (vii) पदाथर्थों का आदान-प्रदान (viii) उत्सर्जन तथा (ix) उत्तेजनशीलता। जीवों में सम्पन्न होने वाली इन जैविक प्रक्रियाओं से हमें पता चलता है कि वे सजीव हैं।
15. प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक कच्ची सामग्री पौधे कहाँ से प्राप्त करते हैं? पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया से कार्बोहाइड्रेट (भोजन) का निर्माण होता है जिसके लिए निम्नलिखित चार वस्तु की आवश्यकता होती है-(i) कार्बन डाइक्साइड (CO₂) – पौधे इसे वायुमंडल से प्राप्त करते हैं। (ii) जल (H₂O)- पौधे इसे भूमि से जड़ों द्वारा प्राप्त करता है। (iii) पर्णहरित यह पौधे की कोशिकाओं में हरितलवक में उपस्थित होता है।