वचन की परिभाषा, वचन के भेद और उदाहरण (Vachan Definition, types, Vachan Badlo)

वचन की परिभाषा, वचन के भेद और उदाहरण (Vachan Definition, types, Vachan Badlo)

वचन (Vachan) हिंदी व्याकरण का एक इम्पोर्टेन्ट टॉपिक है. स्कूल में हर परीक्षा में वचन बदलो (Vachan Badlo) के प्रश्न आते हैं. इस लेख में हम यह जानेंगे की वचन किसे कहते हैं?, वचन के कितने भेद हैं?, वचन के क्या-क्या नियम हैं? एकवचन से बहुवचन बनाने के नियम क्या-क्या है?, वचन बदलो के प्रंशं उत्तर , शब्दों को एकवचन से बहुवचन में बदलो इन सभी प्रश्नों की सम्पूर्ण जानकारी बहुत ही सरल भाषा में इस लेख में दी गई है इस टॉपिक को अच्छी तहरा से समझने के लिये वीडियो को अवश्यय देखे  इस लेख में हम वचन (vachan) की परिभाषा, उनके भेद और नियमों को उदहारण सहित जानेंगे।

वचन की परिभाषा

वचन की परिभाषा – Vachan Definition

शब्द के जिस रूप से एक या एक से अधिक का बोध होता है, उसे हिन्दी व्याकरण में ‘वचन’ कहते है।

दूसरे शब्दों में – संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया के जिस रूप से संख्या का बोध हो, उसे ‘वचन’ कहते है।

वचन का शब्दिक अर्थ ‘संख्यावचन’ होता है। ‘संख्यावचन’ को ही वचन कहते हैं। वचन का एक अर्थ ‘कहना’ भी होता है। संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु के एक से अधिक होने का या एक होने का पता चले उसे वचन कहते हैं। अथार्त संज्ञा के जिस रूप से संख्या का बोध हो उसे वचन कहते हैं।

जैसे –
लड़की खेलती है।
लड़कियाँ खेलती हैं।

इन वाक्यों में ‘लड़की’ शब्द एक होने का तथा ‘लड़कियाँ’ शब्द एक से अधिक होने का बोध करा रही हैं। अतः स्पष्ट है कि ‘लड़की’ शब्द एकवचन का है और ‘लड़कियाँ’ शब्द बहुवचन का हैं।

वचन के भेद – Types of Singular and Plural in Hindi

एकवचन किसे कहते हैं? 

संज्ञा के जिस रूप से एक व्यक्ति या एक वस्तु होने का ज्ञान हो, उसे एकवचन कहते है।
दूसरे शब्दों में  जिस शब्द के कारण हमें किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, पदार्थ आदि के एक होने का पता चलता है उसे एकवचन कहते हैं।
जैसे – लड़का, लडकी, गाय, बन्दर, मोर, बेटी, घोडा, नदी, कमरा, घड़ी, घर, पर्वत, मैं, वह, यह, रुपया, अध्यापक, केला, चिड़िया, संतरा, गमला, तोता, चूहा आदि।

वचन की परिभाषा

बहुवचन किसे कहते हैं?

शब्द के जिस रूप से एक से अधिक व्यक्ति या वस्तु होने का ज्ञान हो, उसे बहुवचन कहते है।
दूसरे शब्दों में  जिस विकारी शब्द या संज्ञा के कारण हमें किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, पदार्थ आदि के एक से अधिक या उनके अनेक होने का पता चलता है उसे बहुवचन कहते हैं।
जैसे – लडके, गायें, कपड़े, टोपियाँ, मालाएँ, स्त्रियाँ, बेटे, बेटियाँ, केले, गमले, चूहे, तोते, घोड़े, हम, वे, ये, लताएँ, गाड़ियाँ, रुपए आदि।

एक वचन और बहु वचन के कुछ नियम (Vachan Rules)

1. आदरणीय या सम्मानीय व्यक्तियों के लिए बहु वचन का ही प्रयोग होता है।

जैसे –
(i) गांधीजी चंपारन आये थे
(ii) शास्त्रीजी बहुत ही सरल स्वभाव के थे
(iii) गुरूजी आज नहीं आये

वचन की परिभाषा, वचन के भेद और उदाहरण (Vachan Definition, types, Vachan Badlo)
वचन की परिभाषा, वचन के भेद और उदाहरण (Vachan Definition, types, Vachan Badlo)

वचन की परिभाषा

2. संबंध दर्शाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले शब्दों को एकवचन और बहुवचन में समान रूप से प्रयोग किया जाता है।

जैसे – नाना, मामी, ताई, ताऊ, नानी, मामा, चाचा, चाची, दादा, दादी आदि।

3. द्रव्य की सुचना देने वाली द्र्व्यसूचक संज्ञाओं का प्रयोग केवल एकवचन में ही होता है।

जैसे – तेल, घी, पानी, दूध, दही, लस्सी, रायता आदि।
किन्तु, यदि द्रव्य के भित्र-भित्र प्रकारों का बोध हों, तो द्रव्यवाचक संज्ञा बहुवचन में प्रयुक्त होगी।
जैसे – यहाँ बहुत तरह के लोहे मिलते है। चमेली, गुलाब, तिल इत्यादि के तेल अच्छे होते है।

वचन की परिभाषा

4. वचन के कुछ शब्दों का प्रयोग हमेशा ही बहुवचन में किया जाता है।

जैसे – दाम, दर्शन, प्राण, आँसू, लोग, अक्षत, होश, समाचार, हस्ताक्षर, दर्शक, अश्रु, आशिर्वाद आदि।
उदहारण –
(i) आपके हस्ताक्षर बहुत ही अलग हैं
(ii) लोग कहते रहते हैं
(iii) आपके दर्शन मिलना मुस्किल हैं
(iv) तुम्हारे दाम ज्यादा हैं
(v) आज के समाचार क्या हैं?

वचन की परिभाषा

5. वचन में पुल्लिंग के ईकारांत, उकारांत और ऊकारांत शब्दों का प्रयोग दोनों वचनों में समान रूप से किया जाता है।

जैसे –
एक मुनि – दस मुनि,
एक डाकू – दस डाकू,
एक आदमी – दस आदमी आदि।

6. कभी कभी कुछ लोग बडप्पन दिखाने के लिए वह और मैं की जगह पर वे और हम का प्रयोग करते हैं।

जैसे –
(i) मालिक ने नौकर से कहा कि हम मीटिंग में जा रहे हैं।
(ii) जब गुरूजी घर आये तो वे बहुत खुश थे।
(iii) हमे याद नहीं हमने ऐसा कहा था।

वचन की परिभाषा

7. कभी-कभी अच्छा व्यवहार करने के लिए तुम की जगह पर आप का प्रयोग किया जाता है।

जैसे – आप कहाँ पर गये थे?

8. दोनों वचनों में जातिवाचक संज्ञा का प्रयोग किया जाता है।

जैसे –
(i) कुत्ता भौंक रहा है।
(ii) कुत्ते भौंक रहे हैं।
(iii) शेर जंगल का राजा है।
(iv) बैल के चार पाँव होते हैं।

9. धातुओं की जाति बताने वाली संज्ञाओं का प्रयोग एकवचन में ही होता है।

जैसे –
सोना, चाँदी, धन आदि।
उदहारण –
(i) सोना बहुत महँगा है
(ii) चाँदी सस्ती है
(iii) उसके पास बहुत धन है

वचन की परिभाषा

10. गुण वाचक और भाववाचक दोनों संज्ञाओं का प्रयोग एकवचन और बहुवचन दोनों में ही किया जाता है।

जैसे –
(i) मैं उनके धोके से ग्रस्त हूँ।
(ii) इन दवाईयों की अनेक खूबियाँ हैं।
(iii) डॉ राजेन्द्र प्रसाद की सज्जनता पर सभी मोहित थे।

11. सिर्फ एकवचन में हर, प्रत्येक और हर-एक का प्रयोग होता है।

जैसे –
(i) हर-एक कुएँ का पानी मीठा नहीं होता।
(ii) प्रत्येक व्यक्ति यही कहेगा।
(iii) हर इन्सान इस सच को जानता है।

12. समूहवाचक संज्ञा का प्रयोग केवल एकवचन में ही किया जाता है।

जैसे –
(i) इस देश की बहुसंख्यक जनता अनपढ़ है।
(ii) लंगूरों की एक टोली ने बहुत उत्पात मचा रखा है।

13. ज्यादा समूहों का बोध करने के लिए समूहवाचक संज्ञा का प्रयोग बहुवचन में किया जाता है।

जैसे –
(i) विद्यार्थियों की बहुत सी टोलियाँ गई हैं।
(ii) अकबर की सदी में अनेक देशों की प्रजा पर अनेक अत्याचार होते थे।

वचन की परिभाषा

14. एक से ज्यादा अवयवों का प्रयोग बहुवचन में होता है लेकिन एकवचन में उनके आगे एक लगा दिया जाता है।

जैसे – आँख, कान, ऊँगली, पैर, दांत, अंगूठा आदि।
उदहारण –
(i) राधा के दांत चमक रहे थे।
(ii) मेरे बाल सफेद हो चुके हैं।
(iii) मेरा एक दांत टूट गया।
(iv) मेरी एक आँख में खराबी है।

15. करणकारक के शब्द जैसे – जाडा, गर्मी, भूख, प्यास आदि को बहुवचन में ही प्रयोग किया जाता है।

जैसे –
(i) बेचारा बन्दर जाड़े से ठिठुर रहा है।
(ii) भिखारी भूखे मर रहे हैं।

16. कभी-कभी कुछ एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ गुण, लोग, जन, समूह, वृन्द, दल, गण, जाति शब्दों को बहुवचन में प्रयोग किया जाता है।

जैसे –
(i) छात्रगण बहुत व्यस्त होते हैं।
(ii) मजदूर लोग काम कर रहे हैं।
(iii) स्त्रीजाति बहुत संघर्ष कर रही है।

वचन की परिभाषा

एकवचन से बहुवचन बनाने के नियम

1. जब आकारान्त के पुल्लिंग शब्दों में आ की जगह पर ए लगा दिया जाता है।
उदाहरण –
(i) जूता = जूते
(ii) तारा = तारे
(iii) लड़का = लडके
(iv) घोडा = घोड़े
(v) बेटा = बेटे

2. जब अकारांत के स्त्रीलिंग शब्दों में अ की जगह पर ऐं लगा दिया जाता है।
उदाहरण –
(i) कलम = कलमें
(ii) बात = बातें
(iii) रात = रातें
(iv) आँख = आँखें
(v) पुस्तक = पुस्तकें

वचन की परिभाषा

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3. जब आकारान्त के स्त्रीलिंग शब्दों में आ की जगह पर ऍ कर दिया जाता है।
उदाहरण –
(i) कविता = कविताएँ
(ii) लता = लताएँ
(iii) अध्यापिका = अध्यापिकाएँ
(iv) कन्या = कन्याएँ
(v) माता = माताएँ

4. जब स्त्रीलिंग के शब्दों में या की जगह पर याँ लगा दिया जाता है।
उदाहरण –
(i) बिंदिया = बिंदियाँ
(ii) चिड़िया = चिड़ियाँ
(iii) डिबिया = डिबियाँ
(iv) गुडिया = गुड़ियाँ
(v) चुहिया = चुहियाँ

5. जब इकारांत और ईकारांत के स्त्रीलिंग शब्दों याँ लगाकर ई को इ कर दिया जाता है।
उदाहरण –
(i) नीति = नीतियाँ
(ii) नारी = नारियाँ
(iii) गति = गतियाँ
(iv) थाली = थालियाँ
(v) रीति = रीतियाँ

वचन की परिभाषा

6. जब उ, ऊ, आ, अ, इ, ई और औ की जगह पर ऍ कर दिया जाता है और ऊ को उ में बदल दिया जाता है।
उदाहरण –
(i) वस्तु = वस्तुएँ
(ii) गौ = गौएँ
(iii) बहु = बहुएँ
(iv) वधू = वधुएँ

7. जब दल, वृंद, वर्ग, जन लोग, गण आदि शब्दों को जोड़ा जाता है।
उदाहरण –
(i) साधु = साधुलोग
(ii) बालक = बालकगण
(iii) अध्यापक = अध्यापकवृंद
(iv) मित्र = मित्रवर्ग
(v) विद्यार्थी = विद्यार्थीगण

8. जब एकवचन और बहुवचन दोनों में शब्द एक समान होते हैं।
उदाहरण –
(i) राजा = राजा
(ii) नेता = नेता
(iii) पिता = पिता
(iv) चाचा = चाचा
(v) क्षमा = क्षमा
(vi) प्रेम = प्रेम

वचन की परिभाषा

 

9. जब शब्दों को दो बार प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण –
(i) भाई = भाई-भाई
(ii) बहन = बहन-बहन
(iii) गाँव = गाँव-गाँव
(iv) घर = घर-घर
(v) शहर = शहर-शहर

विभक्तिसहित संज्ञाओं के बहुवचन बनाने के नियम

विभक्तियों से युक्त होने पर शब्दों के बहुवचन का रूप बनाने में लिंग के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता।
इसके कुछ सामान्य नियम निम्नलिखित है –

(1) अकारान्त, आकारान्त (संस्कृत-शब्दों को छोड़कर) तथा एकारान्त संज्ञाओं में अन्तिम ‘अ’, ‘आ’ या ‘ए’ के स्थान पर बहुवचन बनाने में ‘ओं’ कर दिया जाता है।

जैसे-
लडका – लडकों
घर – घरों
गधा – गधों
घोड़ा – घोड़ों
चोर – चोरों

(2) संस्कृत की आकारान्त तथा संस्कृत-हिन्दी की सभी उकारान्त, ऊकारान्त, अकारान्त, औकारान्त संज्ञाओं को बहुवचन का रूप देने के लिए अन्त में ‘ओं’ जोड़ना पड़ता है। उकारान्त शब्दों में ‘ओं’ जोड़ने के पूर्व ‘ऊ’ को ‘उ’ कर दिया जाता है।

जैसे –
लता – लताओं
साधु – साधुओं
वधू – वधुओं
घर – घरों

वचन की परिभाषा

(3) सभी इकारान्त और ईकारान्त संज्ञाओं का बहुवचन बनाने के लिए अन्त में ‘यों’ जोड़ा जाता है। ‘इकारान्त’ शब्दों में ‘यों’ जोड़ने के पहले ‘ई’ का इ’ कर दिया जाता है।

जैसे-
मुनि – मुनियों
गली – गलियों
नदी – नदियों
साड़ी – साड़ियों
श्रीमती – श्रीमतियों

विभक्ति रहित संज्ञाओं के बहुवचन बनाने के नियम

1. पुल्लिंग संज्ञा के आकारान्त को एकारान्त कर बहुवचन बनाया जाता है।

जैसे –
घोड़ा – घोड़े
गधा – गधे
लड़का – लड़के
अपवाद- मामा, नाना, बाबा, पिता, योद्धा, आत्मा, देवता, जामाता आदि। इन शब्दों के रूप दोनों वचनों में समान होते हैं।

वचन की परिभाषा

2. पुल्लिग आकारान्त शब्दों के अतिरिक्त अन्य मात्राओं से अन्त होने वाले शब्दों के रूप दोनों वचनों में एक समान रहते हैं।

जैसे –
एक बालक – चार बालक
एक डाकू – चार डाकू
एक भाई – चार भाई

3. आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में ‘एँ’ जोड़ने से बहुवचन बनता है।

जैसे-
शाखा – शाखाएँ
लता – लताएँ
माता – माताएँ
महिला – महिलाएँ

वचन की परिभाषा

4. अकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा के बहुवचन शब्द में आगत अंतिम अ को ये कर देने से बनता है।

जैसे –
गायें – गाय
बात – बातें
आँख – आँखें
याद – यादें

वचन की परिभाषा

5. दीर्घ या ह्रस्व इकारान्त संज्ञाओं को ह्रस्व इकारान्त कर उनके अन्त में याँ जोड़ देने से

बहुवचन बनता है।
जैसे-
नारी – नारियाँ
पहेली – पहेलियाँ
लड़की – लड़कियाँ
सहेली – सहेलियाँ

6. जिन स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में ‘या’आता है, ‘या’पर चन्द्रबिन्दु लगाकर बहुवचन बनाया जाता है।

जैसे –
बुढ़िया – बुढ़ियाँ
चिड़िया – चिड़ियाँ
गुड़िया – गुड़ियाँ
डिबिया – डिबियाँ

वचन की परिभाषा

7. ह्रस्व या दीर्घ ऊकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओं को ह्रस्व उकारान्त बनाकर अन्त में ‘एँ’ लगाने से बहुवचन का निर्माण होता है।

जैसे –
धेनु – धेनुएँ
वस्तु – वस्तुएँ
बहू – बहुएँ
ऋतु – ऋतुएँ

वचन की परिभाषा

8. कुछ शब्द समष्टि मूलक होते हैं। जैसे- गण, कुल, वृन्द, समूह, वर्ग, लोग, जन, मण्डल दल, ग्राम, मण्डली आदि। ये शब्द विशेषतः वहाँ जोड़े जाते हैं, जहाँ दोनों वचनों में पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग में एक ही रूप होते हैं।

जैसे –
पाठक – पाठकगण
आप – आप लोग
तुम – तुम लोग
छात्र – छात्रगण

वचन बदलो (Vachan Badlo) शब्दों को एकवचन से बहुवचन में बदलो । – 200 words

जैसे –

अनु. क्र.

एकवचन

बहुवचन

1.

पुस्तक

पुस्तकें

2.

बात

बातें

3.

बहन

बहनें

4.

आँख

आँखें

5.

कलम

कलमें

6.

गाय

गायें

7.

बांह

बांहें

8.

भैंस

भैंसें

9.

रात

रातें

10.

पत्रिका

पत्रिकाएँ

11.

माला

मालाएँ

12.

माता

माताएँ

13.

कन्या

कन्याएँ

14.

महिला

महिलाएँ

15.

कथा

कथाएँ

16.

अध्यापिका

अध्यापिकाएँ

17.

सेना

सेनाएँ

18.

लता

लताएँ

19.

भुजा

भुजाएँ

20.

शाखा

शाखाएँ

21.

पत्ता

पत्ते

22.

लड़का

लड़के

23.

छाता

छाते

24.

रूपया

रूपये

25.

बेटा

बेटे

26.

कमरा

कमरे

27.

जूता

जूते

28.

बस्ता

बस्ते

29.

घोड़ा

घोड़े

30.

पक्का

पक्के

31.

बच्चा

बच्चे

32.

कपड़ा

कपड़े

33.

रास्ता

रास्ते

34.

तारा

तारे

35.

लड़की

लड़कियाँ

36.

जाति

जातियाँ

37.

चींटी

चीटियाँ

38.

पत्ती

पत्तियाँ

39.

मिठाई

मिठाइयाँ

40.

नदी

नदियाँ

41.

चाबी

चाबियाँ

42.

थाली

थालियाँ

43.

लकड़ी

लकड़ियाँ

44.

रीति

रीतियाँ

45.

सखी

सखियाँ

46.

टोपी

टोपियाँ

47.

तिथि

तिथियाँ

48.

नारी

नारियाँ

49.

सीढ़ी

सीढ़ियाँ

50.

गुड़िया

गुड़ियाँ

51.

डिबिया

डिबियाँ

52.

बुढ़िया

बुढ़ियाँ

53.

बिंदिया

बिंदियाँ

54.

चिड़िया

चिड़ियाँ

55.

चुहिया

चुहियाँ

56.

पुड़िया

पुड़ियाँ

57.

ऋतु

ऋतुएँ

58.

गौ

गौएँ

59.

धातु

धातुएँ

60.

वस्तु

वस्तुएँ

61.

बहू

बहुएँ

62.

धेनु

धेनुएँ

63.

पक्षी

पक्षीवृंद

64.

अध्यापक

अध्यापकगण

65.

सज्जन

सज्जनलोग

66.

मज़दूर

मज़दूरवर्ग

67.

गुरु

गुरुजन

68.

व्यापारी

व्यापारीगण

69.

छात्र

छात्रगण

70.

प्रजा

प्रजाजन

71.

कवि

कविगण

72.

विद्यार्थी

विद्यार्थीगण

73.

अमीर

अमीरलोग

74.

मित्र

मित्रवर्ग

75.

जूता

जूते

76.

झाड़ी

झाड़ियाँ

77.

झील

झीलें

78.

झूला

झूले

79.

टाँग

टाँगें

80.

टुकड़ी

टुकड़ियाँ

81.

टोपी

टोपियाँ

82.

डाल

डालें

83.

डिबिया

डिबियाँ

84.

डोली

डोलियाँ

85.

ढेला

ढेले

86.

तंत्रिका

तंत्रिकाएँ

87.

तरु

तरुओं

88.

तलवार

तलवारें

89.

तारा

तारे

90.

ताला

ताले

91.

ताली

तालियाँ

92.

तितली

तितलियाँ

93.

तिथि

तिथियाँ

94.

तोता

तोते

95.

त्रुटी

त्रुटियाँ

96.

थाली

थालियाँ

97.

दरवाजा

दरवाजे

98.

दलित

दलित समाज

99.

दवा

दवाएँ

100.

दवाई

दवाइयाँ

101.

शेरनी

शेरनियाँ

102.

श्रोता

श्रोतागण

103.

संतरा

संतरे

104.

सखी

सखियाँ

105.

सड़क

सड़कें

106.

सपेरा

सपेरे

107.

सब्जी

सब्जियाँ

108.

सभा

सभाएँ

109.

समिति

समितियाँ

110.

समुद्र

समुद्र

111.

सहेली

सहेलियाँ

112.

साइकिल

साइकिलें

113.

साड़ी

साड़ियाँ

114.

साथी

साथियों

115.

सीमा

सीमाएँ

116.

सुई

सुइयाँ

117.

सुधी

सुधिजन

118.

सेना

सेनाएँ

118.

सेना

सेनादल

119.

स्त्री

स्त्रियाँ

120.

हथियार

हथियार

121.

हाथी

हाथीगण

122.

शिक्षिका

शिक्षिकाएँ

123.

शिला

शिलाएँ

124.

शीशा

शीशे

125.

शेर

शेर

126.

मित्र

मित्रजन

127.

मित्र

मित्रवर्ग

128.

मुद्रा

मुद्राएँ

129.

मुर्गा

मुर्गे

130.

मुर्गी

मुर्गियाँ

131.

मेज

मेजें

132.

मेला

मेले

133.

मैदान

मैदान

134.

मोर

मोर

135.

यात्रा

यात्राएँ

136.

राजा

राजा

137.

रात

रातें

138.

रानी

रानियाँ

139.

राशी

राशियाँ

140.

बादल

बादल

141.

बालक

बालकगण

142.

बिंदिया

बिंदियाँ

143.

बिल्ली

बिल्लियाँ

144.

बुढिया

बुढियाँ

145.

बेटा

बेटे

146.

भक्त

भक्तगण

147.

भाई

भाई

148.

भाला

भाले

149.

भुजा

भुजाएँ

150.

भेड़

भेड़ें

151.

भेड़िया

भेड़ियाँ

152.

मक्खी

मक्खियाँ

153.

मछली

मछलियाँ

154.

मटका

मटके

155.

कर्मचारी

कर्मचारीवर्ग

156.

अबला

अबलाएँ

157.

आप

आपलोग

158.

आशा

आशाएँ

159.

इरादा

इरादे

160.

उँगली

उँगलियाँ

161.

औज़ार

औज़ार

162.

काला

काले

163.

कान

कान

164.

कामना

कामनाएँ

165.

कार

कारें

166.

कला

कलाएँ

167.

कली

कलियाँ

168.

कविता

कविताएँ

169.

कुतिया

कुतियाँ

170.

कुत्ता

कुत्ते

171.

कुरता

कुरते

172.

कुर्सी

कुर्सियाँ

173.

केला

केले

174.

कोठरी

कोठरियाँ

175.

क्यारी

क्यारियाँ

176.

खंभा

खंभे

177.

खटिया

खटियाँ

178.

खिड़की

खिड़कियाँ

179.

खिलाड़ी

खिलाड़ी

180.

खुरपी

खुरपियाँ

181.

गऊ

गउएँ

182.

गति

गतियाँ

183.

गधा

गधे

184.

गन्ना

गन्ने

185.

गुड़िया

गुड़ियाँ

186.

गेंद

गेंदे

187.

गोला

गोले

188.

घंटा

घंटे

189.

घटना

घटनाएँ

190.

घड़ी

घड़ियाँ

191.

घर

घर

192.

घोंसला

घोंसले

193.

घोड़ा

घोड़े

194.

चना

चने

195.

चप्पल

चप्पलें

196.

चश्मा

चश्मे

197.

चाचा

चाचा

198.

चादर

चादरे

199.

चीता

चीते

200.

चुटिया

चुटियाँ

वचन की परिभाषा

वचन से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (Vachan Important Question Answers)

प्रश्न 1 – वचन से आप क्या समझते हैं?

उत्तर : शब्द के जिस रूप से उसके एक या अनेक होने का बोध हो, उसे वचन (Vachan) कहते हैं।

प्रश्न 2 – वचन के कितने भेद हैं? 

उत्तर : हिंदी में वचन के दो भेद माने गए हैं :

(क)  एकवचन

(ख)  बहुवचन

प्रश्न 3 – एकवचन को परिभाषित कीजिए।

उत्तर : शब्द के जिस रूप से किसी वस्तु, व्यक्ति, प्राणी या पदार्थ के एक होने का बोध हो, उसे एकवचन कहते हैं।

जैसे : कपड़ा, स्त्री, बकरी, पुस्तक, कीड़ा, पत्ता, पंखा आदि।

वचन की परिभाषा

प्रश्न 4 – बहुवचन किसे कहते हैं ?

उत्तर : शब्द के जिस रूप से अनेक वस्तुओं, अनेक व्यक्तियों, अनेक प्राणियों तथा अनेक पदार्थों के होने का बोध हो, उसे बहुवचन कहते हैं।

जैसे : लड़के, घोड़े, साड़ियाँ, नदियाँ, सड़कें आदि।

वचन की परिभाषा

प्रश्न 5 – वचन की पहचान किससे की जा सकती है?

उत्तर : वचन की पहचान संज्ञा, सर्वनाम या क्रिया से हो जाती है,

जैसे :

(क) घोड़ा दौड़ रहा है। – घोड़े दौड़ रहे हैं।

(ख) मैं पढ़ रहा हूँ। – हम पढ़ रहे हैं।

(ग) यहाँ पत्ता है। – यहाँ पत्ते हैं।

(घ) वह खाना खा रहा है। – वे खाना खा रहे हैं।

(ड़) बालक खेल रहा है। – बालक खेल रहे हैं।

(च) मोर नाच रहा है।  – मोर नाच रहे हैं।

वचन की परिभाषा

वचन से सम्बंधित महत्वपूर्ण बहुविकल्पात्मक प्रश्न और उत्तर (Vachan Important MCQs)

प्रश्न 1 – शब्द के जिस रूप से उसके एक या अनेक होने का बोध हो उसे क्या कहते हैं?

(क) संख्याबोधक

(ख) वचन

(ग) गिनती

(घ) संख्यावाचक

उत्तर : (ख) वचन

प्रश्न 2 – वचन के कितने भेद हैं?

(क) दो

(ख) तीन

(ग) चार

(घ) पाँच

उत्तर : (क) दो

वचन की परिभाषा

प्रश्न 3 – आँख शब्द का बहुवचन शब्द है – 

(क) आँख

(ख) आँखें

(ग) आँखों

(घ) अँखियाँ

उत्तर : (ख) आँखें

प्रश्न 4 –  सम्मान – आदर प्रकट करने के लिए एकवचन से बहुवचन बनाने का क्या नियम है ?

(क) क्रिया परिवर्तन

(ख) एकवचन क्रिया लगाना

(ग) बहुवचन क्रिया लगाना

(घ) शब्द को बहुवचन बनाना

उत्तर : (ग) बहुवचन क्रिया लगाना

वचन की परिभाषा

प्रश्न 5 – अभिमान, बड़प्पन और अधिकार जताने के लिए प्रायः “मैं” के स्थान पर क्या प्रयोग करते हैं?

(क) अहम्

(ख) सब

(ग) तुम

(घ) हम

उत्तर : (घ) हम

वचन की परिभाषा

प्रश्न 6 – आँसू, दर्शन, केश, रोग, प्राण, होश, लोग आदि कुछ शब्दों का प्रयोग सदैव ———- में होता है

(क) एकवचन

(ख) बहुवचन

(ग) दोनों में

(घ) इन में से कोई नहीं

उत्तर : (ख) बहुवचन

प्रश्न 7 – धातुओं का बोध कराने वाली जातिवाचक संज्ञाएँ ———— में ही प्रयुक्त होती हैं। 

(क) एकवचन

(ख) बहुवचन

(ग) दोनों में

(घ) इन में से कोई नहीं

उत्तर : (क) एकवचन

वचन की परिभाषा

प्रश्न  8 – सेना, जाति, जनता, दल, वर्ग ———— में प्रयुक्त होते हैं। 

(क) एकवचन

(ख) बहुवचन

(ग) दोनों में

(घ) इन में से कोई नहीं

उत्तर : (क) एकवचन

प्रश्न 9 – शब्द-युग्म को बहुवचन बनाते समय दोनों शब्दों के वचन में से किसका वचन-परिवर्तन होगा।

(क) दोनों शब्दों का

(ख) केवल प्रथम शब्द का

(ग) केवल अंतिम शब्द का

(घ) किसी का भी नहीं

उत्तर : (ग) केवल अंतिम शब्द का

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प्रश्न 10 – “बहू” शब्द का बहुवचन क्या होगा ? 

(क) बहूएँ

(ख) बहुएँ

(ग) बहएँ

(घ) बहिएँ

उत्तर : (ख) बहुएँ

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