1 . रिकैपीचुलेशन सिध्दान्त – भौणकी के विस्तृत अध्ययन के बाद जर्मनी प्रसिद्ध दाशर्निक वैज्ञानिक इ . एच. हेकेल (E.H. Hacckel 1834 – 1919) ने जात्यावृत्त नियम ( biogenetic law) बनाया , जिसका सारांश है – किसी भी जंतु का भूण विकास उसके जाति – इतिहास की पुनरावृत्ति करता है , एवं कोई जीव विकासक्रममें उन सभी अवस्थाओं से गुजरता है जिनसे उनके पूर्वज गुजरे थे , इस प्रकार भ्रूणविज्ञान के अध्ययन से किसी जंतु के पूर्वज का अंदाज लगाया जा सकता है , इसे रिकैपीटूलेसन मत (theory of recapitulation) भी कहते है !
2.डी.एन.ए पोलीमरेज- डी.एन.ए पोलीमरेज एक सटीक और कुशल डी .एन.ए संश्लेषण प्रदर्शनऔर जीनोम अखंडता बनाय रखने के लिये आवश्कता है , त्रुटियों बनाने के बिना प्रतिसेकेंड न्युकिल्योटाइड के सैकड़ो संश्लेषित करने की क्षमता भी पोलीमरेज आणविक और जेव प्रोदोकी में आवश्कता होता है