प्रतिचुम्बक,अनुचुम्बक,लौहचुम्बक
(1) प्रतिचुम्बक ( Diamagnetice) : वैसे पदार्थ का चुम्बकीये आघूर्ण शुन्य होता है क्योंकि इनमे unpaired electrons नहीं रहते है सभी electrons युग्मित होते है चुम्बकीय द्वारा विकर्षित होते है चुम्बकीये छेत्र के विपरीत दिशा में ये होते है
Exampel-: H2O, Nacl, C6H6, TiO2
(2) अनुचुम्बकीये ( paramagentic) : ऐसे पदार्थ में permanent magnetic moment होता है क्योकि इनके atoms/ions में एक या अधिक unpaired electrons ( n) रहते है इस प्रकार इनके सभी electorns paired नहीं होते है ऐसे पदार्थ चुम्बकीये क्षेत्र द्वारा दुर्बल आकर्षित होते है
आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में ये magnetised होते है इनका magnetism चुम्बकीय क्षेत्र की अनुपस्थिति में समाप्त हो जाता है इस घटना ( phenomenon) को paramagentic कहा जाता है
exmapel : o2 , cu2+ ,fe3+ ,cr3+ Tio,
(3) लौहचुम्बकीये ( ferromagnetic) : ऐसे पदार्थ में permanet magnetic moment होता है जो applied magnetic field की अनुपस्थिति में भी संयुक्त रहता है इनका magnetisation स्वत ; हो जाता है इनकी उपस्थिति चुम्बकीय क्षेत्र में magnetic dipoles के समान अभिविन्यास या दिशा ( orientation) के कारण होता है ये magnetic field में प्रबलता से आकर्षित होते है चुम्बकीय क्षेत्र में ऐसे ठोसो के metal ions domains का निर्माण करते है जिनका बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र में नियत अभिविन्यास ( orientation ) होता है इसी कारण ये permanent magnet का कार्य करते है इस घटना को ferromagnetism कहा जाता है
exampel : Fe ,Co, Ni , Cro2