ठोस अवस्था : संरचना , अवस्था ,वर्गीकरण
ठोस वह पदार्थ है जिसके आकार और आयतन दोनों निश्चित होता है | कठोरता के कारण यह आयतन यूक्त होता है | वह ठोस कहलाता है |
उदाहरण – किताब ,ईट ,
ठोस अवस्था की प्रमुख विशेषता :-
- ठोस के आकार और आयतन दोनों नियत होते है |
- ये प्रायः भंगुर होते है |
- ये प्रायः कठोर होते है |
- ये अन्तराआण्विक बल से बंधे होए है |
- इसमे बिसरण की प्रकति कम होती है |
- यह नम्य होए है |
- इसमे तनन साम्यर्थ पाया जाता है |
ठोस का वर्गीकरण :-
संरचना के आधार पर ठोस तीन प्रकार के होते है |
- क्रिस्टलीय ठोस
- अक्रिस्टललीय ठोस
- बहुक्रिस्टललीय ठोस
क्रिस्टलीय ठोस :- जिस ठोस के परमाणु,आयन त्रिविमीय अवस्था में वव्यस्थित होकर एक सममित ज्यामिति आकार प्रदान करते है उसे क्रिस्टललीय ठोस कहते है |
जैसे – हिरा ,साधारण नमक ,धातु .
अक्रिस्टललीय ठोस :- जिस ठोस के परमाणु,आयन त्रिविमीय अवस्था में वव्यस्थित होकर एक सममित ज्यामिति आकार प्रदान नहीं करते है यानि ये अनियमित ववस्था होती है |उसे अक्रिस्टललीय ठोस कहते है |
जैसे :- मोम, बटर,रबर .
बहुक्रिस्टललीय ठोस :- वैसे सुक्ष्म क्रिस्टल ठोस जिसकी प्रकति Amorphous होती है |बहुक्रिस्टललीय ठोस कहते है |
जैसे :- धात्विक पाउडर
क्रिस्टलीय ठोस का वर्गीकरण :-
- आयनिक ठोस
- सह्सयोजक ठोस
- धात्विक ठोस
- आण्विक ठोस
आयनिक ठोस :- जिस क्रिस्टल ठोस के संरचना अवयवी कण आयन तथा उनमे आयनिक बंध उपस्थित रहता है उसे आयनिक ठोस कहते हैं |
जैसे :- NACL,KCL.
प्रमुख विशेषता :-
- यह कठोर तथा भंगुर होते है |
- यह जल में घुलनशील होते है|
- ये जालक संरचना के होते है |
सह्सयोजक ठोस :- इस ठोस को नेटवर्क ठोस भी कहते है |क्योकि इनके कण परमाणु सह सयोजक बंध द्वारा बंधे रहते है |
जैसे :- हिरा ,ग्रेफाइट,
प्रमुख विशेषता :-
- यह अत्यंत कठोर होता है|
- इसका द्रवरांक अत्यंत उच्च होता है |
- इसका 3 डायमेंशनल नेटवर्क बनावट होता है |
धात्विक ठोस :- धात्विक धनायन तथा sea of free इलेक्ट्रान से निर्मित ठोस को धात्विक ठोस कहते है |
जैसे :- सभी धातुए तथा मिक्स धातु
प्रमुख विशेषता :-
- विधुत तथा ऊष्मा का चालक |
- ये तन्य होते है |
- यह मुलायम से कठोर होते है |
आण्विक ठोस :- वह क्रिस्टलीय ठोस जिसके संरचात्मक अवयव अणु तथा बंधन बल वंडर वाल बल से बंधा हो
उसे आण्विक ठोस कहते है |
जैसे :- i 2 , ch4 ,hcl ,nh3 .