अलैंगिक तथा लैंगिक जनन में विभेद

सिग्मा तथा पाईअलैंगिक तथा लैंगिक जनन में विभेद

Whatsapp Group
youtube

 

गुण अलैंगिक जनन  लैंगिक जनन 
1. संलिप्तता  इस प्रकिया में एक कोशिका अथवा एक जनक ही भाग लेते है  इस प्रकिया में दो कोशिकाओं अथवा दो युग्मको , जो अक जनक अथवा दो विभिन्न जनको से उत्पन हों, की साझेदारी होती है 
2. जनन इकाई  जनक का पूरा शरीर अथवा एक कोशिका या प्रवर्ध जनन इकाई हो सकती है  इसमें जनन इकाई को युग्मक (gemete) कहते है जो एक कोशिकीय तथा हैप्लायड ( haplaid) होता है |
3. समानता  इस प्रकिया  से उत्पन संतति आनुवंशिकी रूप से जनको के समान होते है | इनमे संतति प्राय: अपने जनको से विभिन होते है 
4. कोशिका विभाजन  इस प्रकिया में केवल समसूत्री विभाजन ही होता है  इस प्रकिया मेंअर्द्धसूत्री विभाजन तथा निषेचन अहम् है |
5. जननांग इसमें जननांग का निर्माण नही होता है  | अस्मे जननांग का निर्माण मुख्य रूप से होता है  |
6. क्रमविकास में महत्व  इसका कोई क्रमविकासीय महत्व नही है | इसके द्वारा जातियों में विभिनता ( variation) उत्पन होती है   | अत: इसका महत्व है |

facebook

bihar board 

whatsapp link 

youtube channel
Whatsapp Channel
Telegram channel

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top