तुमुल कोलाहल कलह में
प्रश्न 1. ‘हृदय की बात’ का क्या कार्य है ? उत्तर – इस तूफानी कोलाहलपूर्ण वातावरण में श्रद्धा, जो वस्तुतः स्वयं कामायनी है, अपने हृदय का सच्चा मार्गदर्शक बनती है । कवि का हृदय कोलाहलपूर्ण वातावरण में जब थककर चंचल चेतनाशून्य अवस्था में पहुँचकर नींद की आगोश में समाना चाहता है, ऐसे विषादपूर्ण समय में […]
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